Wednesday 17 February 2021

वसंत पंचमी के दिन बेबी समीक्षा साहा का हाथे खोड़ी यानि विद्या आरंभ संस्कार किया गया

वसंत पंचमी के दिन बेबी समीक्षा साहा का हाथे खोड़ी यानि विद्या आरंभ संस्कार किया गया। ‘हाते खोड़ी’ जिसका अर्थ है ‘हाथ में चाक ’ एक बंगाली परंपरा है जिसमें बच्चे अपना पहला अक्षर लिखते हैं। यह बच्चे की शाब्दिक यात्रा की शुरुआत माना जाता है। ‘हाथे खोड़ी’ सरस्वती पूजा या वसंत पंचमी (वसंत का पांचवा दिन) के दिन किया जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, सरस्वती विद्या, ज्ञान, कला और संगीत की देवी हैं। तो, बच्चे इस दिन से देवी सरस्वती के आशीर्वाद से लिखना शुरू करते हैं। परंपरा के अनुसार, छोटे बच्चों को पंडित की गोद में बैठाकर या समीप में बैठाकर नई स्लेट में चाक से मुख्य रूप से पहले अक्षर ओएम या ए, बी, सी, 1 से 10 तक गिनती या कुछ बंगाली वर्णमाला जैसे "के-ए", "ख-ए" लिखवाते हैं।



‘हाते खोड़ी’ एक पुजारी और दोस्तों और परिवार की उपस्थिति में आयोजित की जाती है। परंपरागत रूप से, एक नया चाक और स्लेट / चॉकबोर्ड रखा जाता है और पुजारी बच्चे को अपना पहला अक्षऱ लिखने में मदद करता है। यदि चाक और बोर्ड उपलब्ध नहीं है, तो एक नोटबुक और पेन / पेंसिल का भी उपयोग किया जा सकता है।





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